राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत पूरे देश में कोरोना मामलों में बड़ी संख्या में बढ़ोतरी हुई है. आने वाले दिनों में हालात और खराब हो सकते हैं. पिछले एक हफ्ते की बात करें तो दिल्ली कोरोना के मामलों को लेकर अव्वल रहा है. रविवार (16 अप्रैल) के मामले जोड़ते हुए पिछले महत एक सप्ताह में यहां कोविड के सबसे ज्यादा 8,599 मामले रिकॉर्ड हुए. चलिए आपको बताते हैं बाकी राज्यों में फिलहाल हालात कैसे हैं.
कोरोना से होने वाली मौतों के आंकड़े की बात करें तो राजधानी में पिछले एक हफ्ते में कोविड से जान गंवाने वालों की संख्यां 24 पहुंच गई है. वहीं, पड़ोसी राज्य हरियाणा ने 9 से लेकर 15 अप्रैल के दौरान 4,554 नए मामले दर्ज किए, जोकि देश में चौथा सबसे अधिक मामले हैं और उत्तर प्रदेश 3,332 मामलों के साथ पांचवें नंबर पर रहा.
Faridabad Corona Update: फरीदाबाद में 569 ऐक्टिव केस
हरियाणा के फरीदाबाद में रविवार को कोरोना के 79 मामलों की पुष्टि हुई है। शनिवार को कोरोना के 100 से ज्यादा मामले आए थे। रविवार को 44 लोग ठीक हुए हैं। फरीदाबाद में ऐक्टिव मामलों की संख्या 569 हो गई है। इनमें से छह का इलाज अस्पतालों में चल रहा है, जबकि 563 लोग होम आइसोलेशन में हैं। करेंट सैंपल पॉजिटिविटी रेट 18.59 प्रतिशत हो गया है। रविवार को 425 सैंपल लिए गए और 354 सैंपल की रिपोर्ट मिलनी बाकी है। शहर में सबसे ज्यादा कोरोना के केस अब ओल्ड फरीदाबाद के इलाकों से आ रहे हैं। कोरोना रिकवरी रेट 99.04 प्रतिशत हो गया है। स्वास्थ्य विभाग लोगों से भी अपील कर रहा है कि किसी भी तरह का लक्षण शरीर में दिखाई दे तो कोरोना टेस्ट ज़रूर करवाएं। हालांकि कोरोना पॉजिटिव में हल्के लक्षण ही देखने को मिल रहे हैं, जो घर में ही ठीक हो रहे हैं। उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.राम भगत ने बताया कि रविवार को कोरोना के नए मामलों में गिरावट आई है। उम्मीद है जल्द ही पूरी तरह नियंत्रण में लाने में कामयाब रहेंगे। लोगों से अपील की जा रही है कि वह भीड़ वाले इलाके में जा रहे हैं तो मास्क का इस्तेमाल ज़रूर करें।
केरल और महाराष्ट्र का हाल
राजस्थान में कोरोना के मामलों में चार गुना वृद्धि के साथ, वायरस से 14 लोगों की मौत के मामले दर्ज हुए. केरल की बात करें तो केरल कोविड के मामलों में सबसे आगे चल रहा है. 9 से 15 अप्रैल तक राज्य में 18,623 नए केस देखने को मिले. वहीं, महाराष्ट्र में भी इस महामारी ने कोई कसर नहीं छोड़ी है. 7,664 मामलों के साथ स्टेट तीसरे नंबर पर रहा.
देश में कोरोना एक्टिव मरीज 60 हजार के पार
देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 9,111 नए मामले सामने आने के बाद देश में अभी तक संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 4,48,27,226 हो गई। वहीं एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 60,313 पर पहुंच गई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सोमवार सुबह आंकड़ों के मुताबिक, गुजरात में छह, उत्तर प्रदेश में चार, दिल्ली तथा राजस्थान में तीन-तीन, महाराष्ट्र में दो और बिहार, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, केरल तथा तमिलनाडु में एक-एक मरीज की मौत के बाद देश में मृतक संख्या बढ़कर 5,31,141 हो गई। वहीं संक्रमण से मौत के आंकड़ों का पुन:मिलान करते हुए केरल ने वैश्विक महामारी से दम तोड़ने वाले मरीजों की सूची में तीन नाम और जोड़े हैं। आंकड़ों के मुताबिक, भारत में संक्रमण की दैनिक दर 8.40 प्रतिशत और साप्ताहिक दर 4.94 प्रतिशत है।
पॉजिटिविटी रेट में भी इजाफा
कोरोना की दैनिक सकारात्मकता (पॉजिटिविटी) दर भी बढ़कर 8.40 प्रतिशत हो गई और साप्ताहिक सकारात्मकता दर 4.94 प्रतिशत आंकी गई है। मंत्रालय ने कहा कि सक्रिय मामलों में अब कुल संक्रमणों का 0.13 प्रतिशत और राष्ट्रीय COVID-19 रिकवरी दर 98.68 प्रतिशत दर्ज की गई है।
मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत देश में अब तक कोविड टीके की 220.66 करोड़ डोज दी जा चुकी हैं।
इन राज्यों में 2 हजार से ज्यादा केस
पिछले सात दिनों में 2,000 से ज्यादा नए मामले दर्ज करने वाले राज्यों में तमिलनाडु (3052 केस), कर्नाटक (2253 केस), गुजरात (2341 केस), हिमाचल प्रदेश (2163 केस) और राजस्थान (2016 केस) हैं. इस बीच, पिछले सात दिनों में 2,000 से अधिक नए मामलों की रिपोर्ट करने वाले राज्यों की संख्या पिछले सप्ताह में चार से बढ़कर 10 हो गई है. कुल मिलाकर भारत ने 9-15 अप्रैल में 61,500 से ज्यादा नए मामलों की सूचना दी है, जो पिछले सात दिनों (34,011 मामलों) से 81 प्रतिशत अधिक हैं. इन सात दिनों में मौतों की संख्या 113 मौतों के साथ 100 के आंकड़े को पार कर गई है.
क्या है आर्कटुरस वैरिएंट (What is Arcturus variant)?
आर्कटुरस वैरिएंट के बारे में कहा जाता है कि यह ओमिक्रॉन के 600 से अधिक सब वैरिएंट में से एक है. इसे अब तक का सबसे संक्रामक संस्करण माना जा रहा है. 'आर्कटुरस' नाम ओमिक्रॉन सब वैरिएंट XBB.1.16 को दिया गया है. यह क्रैकेन वैरिएंट (XBB.1.5) के समान है. यह वैरिएंट पहली बार जनवरी में पाया गया था.
न्यू यॉर्क इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी शो के राजेंद्रम राजनारायणन (Rajendram Rajnarayanan) के मुताबिक, आर्कटुरस वैरिएंट कैलिफोर्निया, अमेरिका, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, वाशिंगटन, न्यू जर्सी, न्यूयॉर्क, वर्जीनिया और टेक्सास सहित अमेरिका समते 22 देशों में पाया गया है, लेकिन इसके सबसे अधिक मामले इंडिया में पाए गए हैं.
आर्कटुरस के कारण भारत में संक्रमण के मामलों में पिछले महीने के अंदर 13 गुना वृद्धि हुई है. विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा इसकी निगरानी की जा रही है. कुछ ऑफिसर्स के मुताबिक, यह वैरिएंट चिंता का विषय हो सकता है. WHO की कोविड टेक्निकल लीड मारिया वैन केरखोव ने मार्च 2023 के आखिरी में XBB.1.16 वैरिएंट के बारे में कहा था, 'इस नए वैरिएंट के स्पाइक प्रोटीन में एक अतिरिक्त म्यूटेशन है, जो संक्रामकता और बीमारी पैदा करने की क्षमता को बढ़ा सकता है. यह अभी तक का सबसे तेजी से फैलने वाला वैरिएंट है.
FAQs
Q1. नया तरह का कोरोनावायरस कैसे फैलता है?
Ans. किसी भी व्यक्ति को कोविड-19 उन लोगों से हो सकता है जिनमें इस वायरस का संक्रमण है। जब कोविड-19 से संक्रमित व्यक्ति खांसता, छीकता है या सांस छोड़ता है तो उसके नाक या मुंह से निकली छोटी बूंदों से यह रोग दूसरे में फैल सकता है। ये बेहद नन्ही बूंदें उस व्यक्ति के आस-पास की दूसरी चीजों और सतहों पर भी गिर सकती है।
Q2. कोरोना वायरस में शरीर का तापमान कितना होता है?
Ans. शरीर का तापमान बढ़ना, बुखार होता है। शरीर का सामान्य तापमान लगभग 98.6° F (37°C) होता है। सामान्य तौर पर, 100.4°F (38°C) से ऊपर का तापमान होने पर बुखार होता है।
Q3. क्या छूने से कोरोना हो सकता है?
Ans. लेकिन साल 2003 में चीन ने सार्स नामक कोरोना वायरस का सामना किया था जिसने दुनिया भर में 700 से ज़्यादा लोगों की जान ली थी. सार्स के मामले में ये पाया गया था कि अगर आप किसी चीज़ या जगह को छूते हैं जहां पर संक्रमित व्यक्ति के छींकने या खांसने से वायरस पहुंचा हो तो आप उस वायरस से संक्रमित हो सकते हैं.
Q4.Covid 19 महामारी क्या है?
Ans. कोरोना वायरस मुख्य रूप से हवा की बूंदों के माध्यम से फैलता है जब एक संक्रमित व्यक्ति खांसी या लगभग 3 फीट (0.91 मीटर) से 6 फीट (1.8 मीटर) की सीमा के भीतर छींकता है। वायरल आरएनए पहले पुष्ट मामले में से एकत्र मल नमूनों में भी मिला था, हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि क्या संक्रामक वायरस का फिकल-मौखिक संचरण भी होता है।
Q5.कोविद का पहला लक्षण क्या है?
Ans. बुखार या ठंड लगना । खाँसी। सांस की तकलीफ या सांस लेने में कठिनाई।
If you have any doubt, please let me know.