डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड में क्या अंतर होता है | Difference between Credit Card and Debit Card | क्रेडिट और डेबिट का मतलब क्या होता है | जानें ब्याज, खर्च की सीमा से जुड़े नियम | Know Everything About Your Cards

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हेलो दोस्तों तो आपको पता ही है बहुत से लोग इस बात को लेकर दुविधा में रहते हैं, कि डेबिट और क्रेडिट कार्ड के बीच क्या अंतर है. लोग दोनों चीजों को समान भी समझ लेते हैं. आइए हम इनके बीच के अंतर को जानते हैं.


जब आप बैंक अकाउंट खोलते हैं, तो आपको चेकबुक, पासबुक और एटीएम कम डेबिट कार्ड मिलता है. जब आपके अकाउंट को कुछ समय हो जाता है, तो बैंक आपको क्रेडिट कार्ड भी ऑफर करता है. हालांकि, बहुत से लोग इस बात को लेकर दुविधा में रहते हैं, कि डेबिट और क्रेडिट कार्ड के बीच क्या अंतर है. लोग दोनों चीजों को समान भी समझ लेते हैं. आइए हम इनके बीच के अंतर को जानते हैं.

बहुत से लोग अब भी एटीएम कार्ड, डेबिट और क्रेडिट कार्ड को एक समान ही समझते हैं और यह मानते हैं कि ये तीनों एक ही काम आते हैं. भले ही ये दिखने में ये तीनों एक जैसे ही नजर आते हों, लेकिन वास्‍तव में काम ये अलग-अलग ही करते हैं. एटीएम कार्ड का प्रयोग आप क्रेडिट कार्ड की जगह नहीं कर सकते. इसी तरह डेबिट कार्ड से भी वो सारे काम नहीं लिए जा सकते जो क्रेडिट कार्ड से लिए जा सकते हैं. 

तो चलिए एक एक करके इनके बारे में बात करते है तो इस पोस्ट को पूरा पढ़िए और अगर आपको ये पोस्ट अच्छी लगे तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करे जिससे उनको भी ये महत्वपूर्ण जानकारी मिल सके.

तो चलिए बिना किसी देरी के पोस्ट को शुरू करते है 

डेबिट कार्ड क्या है?

डेबिट कार्ड आपके सेविंग्स या करंट बैंक अकाउंट से लिंक्ड कार्ड है. जब आप बैंक अकाउंट खोलते हैं, तो बैंक एक कार्ड जारी करता है, जिसे आप एटीएम और पीओएस टर्मिनल पर पैसे निकालने या अपने खर्चों का भुगतान करने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं. राशि को ऑटोमैटिक और तुरंत आपको डेबिट कार्ड से जमा या काट लिया जाता है. बैंक मुफ्त डेबिट कार्ड देते हैं और छोटी सालाना मैनटेनेंस फीस को चार्ज करते हैं.



Debit Card एक Plastic Money Card होता है, जिसका use हम ATM machine से money withdraw करने और online payment करने में कर सकते है. Debit Card सीधा हमारे saving या current account से connect होता है. जिससे हम बिना bank जाए अपना पैसा जरुरत पड़ने पर निकाल सकते है या online कुछ खरीद भी सकते है.

Debit Card पूरी तरह से prepaid होता है जिसकी वजह से आपके हर transaction पर withdraw गयी money आपके account से काट ली जाती है. कार्ड के आगे की तरफ 16-digit का number लिखा होता है, जिसमे first 6 number को Bank Identification Number कहा जाता है और last 10 number उस card holder का account number होता है.

इसके अलावा Card में पीछे की तरफ 3-digit का एक CVV (card verification value) code होता है, जिसका use हम online transaction को complete करने के लिये security code के रूप में करते है. आइये अब डेबिट कार्ड के फायदों के बारे में जाने.

डेबिट कार्ड के फायदे

1. पहला फायदा ये है कि cash रखने की habit से छुटकारा मिलता है. क्योंकि Debit Card सीधे आपके bank से link होता है जिससे कही भी cash की जरुरत पड़ने पर आप इसका उपयोग करके अपने ATM machine से पैसे withdraw कर सकते है.

2. इसके उपयोग से आप घर बैठे online bill payment, mobile recharge, ticket booking और online shopping कर सकते है.

3. किसी shop पर product buy करने पर या restaurant पर dinner करने पर आप उसका bill भी Debit card से pay कर सकते है.

4. Debit Card का एक बड़ा benefit ये भी है कि यदि आप घूमने जाए तो आपको डरने की कोई जरुरत नही क्योंकि इसके हर transaction पर आपको अपना confidential PIN number डालना होता है. तो यदि ये किसी को मिल भी जाये तो वो आपके पैसे नही निकाल सकता.

5. डेबिट कार्ड रखने के लिये आपसे किसी तरह की fees या service charges नही ली जाती है. हालांकि एक महीने में अधिक बार पैसे निकालने में कुछ चार्ज लिया जाता है.

डेबिट कार्ड कितने प्रकार के होते है?

भारत मे “Debit Card” के types कार्ड से जुड़े भुकतान प्लेटफॉर्म के प्रकार पर निर्भर करते है. ये कई प्रकार के होते है जिनमें मुख्य है:

  • Visa Debit Card
  • Master Card
  • RuPay Card
  • Contactless Debit Card
  • Maestro Debit Card

यदि आप इस बात को लेकर दुविधा में है कि इनके बीच क्या अंतर है तो में आपको बता दूँ. होने को ये सभी payment processing network है परन्तु अलग-अलग network company के होने पर इनके बीच कुछ अंतर होते है. हालांकि उद्देश्य इनका एक ही होता है.




Credit Card क्या होता है?


क्रेडिट कार्ड यानी उधारी खाता। सोचिए जब आपके पास कैश न हो लेकिन आपको खरीदारी करना हो तो आप क्या करेंगे? जवाब सभी का अलग हो सकता है। लेकिन, जिनके पास Credit Card होता है वह बोलेंगे टेंशन नहीं बिल का भुगतान Credit Card से कर देंगे। Credit Card से बिना कैश खरीददारी कर सकते हैं।

यह उधारी खाता की तरह है। इससे आप खरीददारी की बिलों का भुगतान करते रहिए और महीने के अंतिम में एक बार अपने Credit Card की बिल का भुगतान कर दीजिए। 

आज आप को इस लेख में बताऐंगे की क्रेडिट कार्ड क्या होता है (Credit Card Kya Hota Hai) और इसके क्या-क्या फायदे है?



क्रेडिट कार्ड का फायदा (Credit Card Benefits in Hindi)

क्रेडिट कार्ड (Credit Card) का समझदारी से किया गया इस्तेमाल आपके वित्तीय जीवन को बहुत आसान बना देता है

  • नियमित खर्च का प्रबंधन – आप क्रेडिट कार्ड (Credit Card) की मदद से अपने नियमित खर्च कर सकते हैं| नियमित खर्च के लिए क्रेडिट कार्ड (Credit Card) का उपयोग करने से आपको इनका हिसाब रखने में भी मदद मिलती है

  • धोखाधड़ी और गलतियों की गुंजाईश कम – डेबिट कार्ड (Debit Card) से ऑनलाइन पेमेंट करना खतरनाक साबित हो सकता है. डेबिट कार्ड से पेमेंट का खतरा इसलिए बड़ा है, क्योंकि इससे कोई एक बार में आपके बैंक खाते से जुड़ी पूरी रकम उड़ा सकता है. इसे वापस आने में काफी समय लग सकता है. क्रेडिट कार्ड (Credit Card) के मामले में गलती सुधारने के लिए समय मिलता है

  • इमरजेंसी में मददगार  – आपातकालीन स्थिति में क्रेडिट कार्ड काफी मददगार है| बैंक अकाउंट से अधिक पैसे निकालने या लोन प्रोसेस करने में लगने वाले समय की तुलना में क्रेडिट कार्ड (Credit Card) पैसे का सबसे आसान विकल्प है|

  • बढ़िया क्रेडिट स्कोर – अगर आप क्रेडिट कार्ड (Credit Card) से पैसे खर्च करें और समय पर उसका पेमेंट करें तो आप बेहतर Credit Score बना सकते हैं. यह लंबी अवधि में आपकी काफी मदद करता है खासकर जब आप बिज़नेस लोन या पर्सनल लोन के लिए अप्लाई करते है | 

      क्रेडिट कार्ड के लाभ

      जिन लोगों के पास क्रेडिट कार्ड (Credit Card) है, वे निम्नलिखित लाभों का आनंद ले सकते हैं-

  •   वेलकम ऑफर: अधिकांश बैंक/ क्रेडिट संस्थान कार्ड धारक को विभिन्न प्रकार के वेलकम बेनिफिट प्रदान करते हैं। ये गिफ्ट वाउचर, छूट या बोनस रिवॉर्ड पॉइंट के रूप में मिल सकते हैं
  • रिवॉर्ड पॉइंट और कैशबैकहर बार जब आप अपने क्रेडिट कार्ड से शॉपिंग करते हैं, तो आपको अपने अकाउंट में कुछ रिवॉर्ड पॉइंट या कैशबैक मिलते हैं। रिवॉर्ड पॉइंट का इस्तेमाल मुफ्त उपहार पाने और किसी अन्य वस्तु खरीदते समय उसके दाम घटाने के लिए किया जा सकता है जबकि कैशबैक सीधे आपके कार्ड अकाउंट में जाता है। यदि आपके पास ट्रैवल क्रेडिट कार्ड है, तो आप रिवॉर्ड पॉइंट्स के बजाय एयर माइल्स कमा सकते हैं जिसका इस्तेमाल फ्लाइट की टिकट बुकिंग के लिए किया जा सकता है।
  • फ्यूल सरचार्ज छूट: आजकल लगभग सभी तरह के क्रेडिट कार्डों (Credit Card) पर इस छूट का लाभ उठाया जा सकता है। जब भी आप अपने वाहन में फ्यूल भरवाते हैं, तो आपको छूट मिलती है बशर्ते आप एक निश्चित राशि खर्च करें।
  • एयरपोर्ट लाउंज एक्सेस: कुछ क्रेडिट कार्ड (Credit Card) डोमेस्टिक एयरपोर्ट के साथ-साथ इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर साल में एक या ज्यादा बार लाउंज में ठहरने का ऑफर देते हैं। ट्रेवल-सेंट्रिक क्रेडिट कार्ड और प्रीमियम क्रेडिट कार्ड विशेष रूप से ये ऑफर देते हैं।
  • बीमा: क्रेडिट कार्ड (Credit Card) बीमा और दुर्घटना के मामले में एक निश्चित कवर राशि भी देते हैं। ये हवाई दुर्घटना कवरेज, कार्ड खोने पर मिलने वाला कवर या विदेशी अस्पताल में भर्ती होने पर मिलने वाला कवर भी हो सकता है।
  • कैश एडवांस– आप अपने क्रेडिट कार्ड (Credit Card) का उपयोग कर सीधे एटीएम से नकद राशि निकाल सकते हैं। इमरजेंसी में जब आपको तुरंत नकद राशि की ज़रूरत होती है तब ये काफी फायदेमंद साबित होता है।
  • एडऑन कार्ड– कई क्रेडिट कार्ड पर आपको एक एड-ऑन कार्ड (जिसे एक सप्लीमेंट्री कार्ड के रूप में जाना जाता है) लेने की सुविधा मिलती है जिसे आप अपने पति या पत्नी, भाई बहन, बच्चों और माता-पिता सहित अपने परिवार के सदस्यों के लिए ले सकते हैं। एड- ऑन क्रेडिट कार्ड पर आमतौर पर वही लाभ मिलते हैं जो प्राइमरी कार्ड लेने पर मिलते हैं।
  • EMI कंवर्ट EMI कंवर्जन क्रेडिट कार्ड पर मिलने वाला सबसे सामान्य लाभ है। आप अपनी बड़ी खरीद को EMI में बदल सकते हैं और कुछ महीनों की अवधि में भुगतान कर सकते हैं।
  • क्रेडिट कार्ड कितने प्रकार के होते हैं? (Types of Credit Card in Hindi)

    शॉपिंग से बिजली के बिल भरने तक हर तरह के क्रेडिट कार्ड उपलब्ध है जरुरत है तो बस उनके बारे में जानने की| आइये जानते है भारत में कितनी तरह के क्रेडिट कार्ड उपलब्ध है और उनकी क्या विशेषताएं है:

    भारत में क्रेडिट कार्ड के प्रकार और उनकी विशेषताएं:

    • ट्रैवल क्रेडिट कार्ड – ट्रैवल क्रेडिट कार्ड की मदद से आप सभी एयरलाइन टिकट बुकिंग, बस और रेल टिकट बुकिंग, कैब बुकिंग और भी बहुत कुछ पर छूट का लाभ उठा सकते हैं. जब भी आप टिकट बुकिंग करते है तो आपको कुछ न कुछ पॉइंट्स मिलते है जो की आप बाद में रिडीम कर सकते है

    • फ्यूल क्रेडिट कार्ड – फ्यूल क्रेडिट कार्ड की मदद से फ्यूल सरचार्ज छूट का लाभ उठाकर आप पेट्रोल पंप के द्वारा चलाये गए ऑफर्स का लाभ उठा सकते है इसके अलावा आप अतिरिक्त रिवॉर्ड प्वॉइंट्स अर्जित कर पुरे वर्ष में काफी पैसे बचा सकते है

    • रिवॉर्ड क्रेडिट कार्ड – इस तरह के क्रेडिट कार्ड के हर ट्रांजैक्शन पर निश्चित रूप से कोई न कोई रिवॉर्ड (पुरस्कार) मिलता है। कुछ कार्ड पर कैशबैक का ऑफर भी मिलता है। आप कार्ड से कहीं पेमेंट करते हैं, तो आपको एक या दो प्रतिशत का कैशबैक मिलेगा।

    • शॉपिंग क्रेडिट कार्ड – शॉपिंग क्रेडिट कार्ड से खरीदारी या ट्रांज़ैक्शन पर छूट का लाभ उठाने के लिए पार्टनर स्टोर पर ऑनलाइन या ऑफलाइन खरीदारी करें. इस कार्ड का उपयोग कर के आप पार्टनर स्टोर के साल भर कैशबैक, डिस्काउंट वाउचर और अधिक का लाभ उठा सकते है

    • सेक्योर्ड क्रेडिट कार्ड – जिन लोगों का क्रेडिट स्कोर यानी सिबिल स्कोर बहुत खराब हो उनको सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करना चाहिए। ख़राब क्रेडिट स्कोर वालों के लिए यह कार्ड बहुत उपयोगी साबित होता है। आप कोई नया खाता खोलते हैं या लोन के लिए अप्लाई करते हैं, तो सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड के जरिए अपना क्रेडिट स्कोर सही कर सकते हैं।

    • बैलेंस ट्रांसफर क्रेडिट कार्ड – जब बहुत ज़्यादा ब्याज या पेनाल्टी से बचने के लिए आप बैलेंस ट्रांसफर क्रेडिट कार्ड ले सकते हैं। यह आपके मौजूदा क्रेडिट कार्ड के बकाए को कम करने में मददगार होता है। ऐसे कार्ड्स में आपको बकाया चुकाने के लिए 6 से 21 महीने तक मिल जाते हैं। हां, इसके इस्तेमाल में आपको एक बार बैलेंस ट्रांसफर फीस देनी होती है, जो कुल रकम की 5% तक हो सकती है 

      क्रेडिट कार्ड की शर्तें व नियम

         क्रेडिट कार्ड लेते समय बहुत सी बातों का ध्यान रखना चाहिये, जो आप के लिए लाभदायक हो सकती है| 

  • शुरुआती और सालाना शुल्क – कुछ ऊंचे रकम वाले क्रेडिट कार्ड को छोड़कर कई आजीवन क्रेडिट कार्ड निःशुल्क दिए जाते हैं। अतः ऐसे क्रेडिट कार्ड ही लेना चाहिए जिसमें कोई भी शुरुआती शुल्क न हो।

  • बकाया राशि हस्तांतरण सुविधा – कुछ ग्राहक क्रेडिट कार्ड को अल्पकाल के लिए ऋण की सुविधा के तौर पर लेते हैं। जब ग्राहक एक क्रेडिट कार्ड से ऋण का बोझ नहीं संभाल पाता, तो वह अपने ऋण अन्य कार्ड में हस्तांतरित कर देता है।

  • ब्याज दर – यदि अल्पकालिक ऋण के तौर पर क्रेडिट ले रहे हैं तो ब्याज दर का अवश्य ध्यान रखना चाहिये। प्रायः यह दर १.३३ से ३.१५ प्रतिशत प्रति महीने की दर से बदलती रहती है और यह विभिन्न क्रेडिट कार्ड पर निर्भर करता है।

  • ऋणावधि – सामान्यतया बैंक २१-५२ दिनों की ऋण अवधि प्रदान करते हैं। यह क्रेडिट कार्ड के प्रकार और लेने-देने की तारीख पर निर्भर करता है। यदि ब्याज दर के बिना ऋण अवधि रहेगी तो उतना ही ज्यादा दिनों तक बिना ब्याज भरे राशि का भुगतान करना पड़ेगा।

  • ऋण सीमा – ऋण सीमा क्रेडिट कार्ड से खर्च की जाने वाली यह अधिकतम राशि होती है।
    ग्राहक सेवा – बेहतर रिश्ते वाले बैंक से क्रेडिट कार्ड लेना ज्यादा फायदेमंद होगा।

  • इनामी अंक और नकदी वापसी – सभी बैंक ग्राहकों को इनामी अंक (क्रेडिट पाइंट) या नकद वापसी (कैश बैक) देकर आकर्षित करने का प्रयास करते हैं। इसलिए जो ग्राहक नियमित तौर पर क्रेडिट कार्ड प्रयोग करते हैं उन्हें इस योजना में शामिल होना चाहिए।

  • खरीदारी की सुविधा – एक अच्छा क्रेडिट वहीं है जिसे देश के साथ-साथ विदेशों में भी दुकानदारों द्वारा स्वीकार्य हो। अधिकांश आउटलेट से संबंधित, छूट की सुविधा और खरीदारी की सुविधाओं से युक्त क्रेडिट कार्ड बेहद फायदेमंद रहता है।
          
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