Concept of Development | विकास की अवधारणाएं | Difference Between Growth and Development| वृद्धि और विकास में क्या अंतर है?

Child Development | बाल विकास







मनोविज्ञान के अंदर विकासात्मक मनोविज्ञान की एक शाखा बाल विकास है।

Note - “विकासात्मक मनोविज्ञान का अग्रणी जीन पियाजे को माना जाता है।”



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कथन-

  • क्रो-क्रो के अनुसार गर्भावस्था से किशोरावस्था के प्रारंभ तक का अध्ययन बाल विकास हैं। 
  • ब्रक के अनुसार जन्म पूर्व अवस्था से परिपक्व अवस्था तक का समय का अध्ययन बाल विकास माना जाता है। 



Important Person-


1- कोमनियस- उन्होंने सर्वप्रथम 1628 ईस्वी में बाल विकास की ओर ध्यान आकर्षित किया।

पुस्तक- School of Infancy


2- पेस्टोलॉजी- इन्होंने सर्वप्रथम 1774 में अपनी 3.5 वर्ष की बच्चे पर बाल विकास का वैज्ञानिक अध्ययन किया। 


3- स्टैनले हॉल-  इन्होंने 1893 में अमेरिका में बाल अध्ययन आंदोलन चलाया।

पुस्तक- Adolescence 

समितियाँ स्थापित-  1- बालक दिन समिति 

                             2- बाल कल्याण समिति 





Important Facts-

  • प्रथम बाल सुधार गृह- 1887 में न्यूयॉर्क में 
  • प्रथम बाल निर्देशन केंद्र- 1909 में शिकागो में (विलियम हेली) ने 
  • Emile- रूसो की पुस्तक (जिसमें उसने काल्पनिक शिष्य की बात कही है।)


Difference Between Growth & Development  (वृद्धि और विकास में अंतर)

वृद्धि (Growth) विकास(Development)
शरीर के अवयवों के आकार में मात्रात्मक परिवर्तन वृद्धि (Growth) है। शरीर, मन में होने वाले समग्र परिवर्तन ही विकास(Development) है
मात्रात्मक परिवर्तन मात्रात्मक तथा गुणात्मक परिवर्तन
प्रत्यक्ष रूप से देखा जा सकता है अनुभव किया जा सकता है
किशोरावस्था तक(18 वर्ष) निरंतर चलता रहता है
शारीरिक परिवर्तन सभी परिवर्तन
वाह्य परिवर्तन आंतरिक परिवर्तन
मापा जा सकता है मापना कठिन है
संकुचित होता है Development व्यापक होता है
संरचनात्मक और परिणात्मक परिवर्तन संरचनात्मक कार्यात्मक योगात्मक परिवर्तन
एकीकृत नहीं है एकीकृत होता है



Note-

1- फ्रैंक-
  • कोशिकीय की गुणात्मक वृद्धि ही अभिवृद्धि (Growth) है
2- हरलॉक-
  • व्यक्ति में नवीन विशेषताओं तथा नवीन योग्यताओं को व्यक्त करना ही विकास है
  • परिवर्तनों की उत्तरोत्तर (प्रगतिशील) श्रंखला जो क्रमिक व्यवस्थित तथा सुसम्बद्ध होती है तथा यह परिपक्वता तथा अनुभव के परिणाम स्वरूप होती है



हरलॉक के अनुसार विकास में परिवर्तन

  • आकार में परिवर्तन
  • अनुपात में परिवर्तन 
  • पुराने चिन्हों का लोप
  • नए चिन्हों का उदय


Child Development Stages (बाल विकास की अवस्थाएं )

  1. Prenatal Stage (प्रसव पूर्व अवस्था) - (40 सप्ताह)
  2. Infancy stage (शैशवावस्था) - (0-2 बर्ष)
  3. Childhood stage (बाल्यावस्था) - (2-12 बर्ष)
  4. Adolescence (किशोरावस्था) - (12-19 बर्ष
Note - जन्म के बाद सबसे अधिक वृद्धि(Growth) शैशवावस्था(Infancy) में होती है

Infancy stage (शैशवावस्था)-

  1. सबसे अधिक वृद्धि होती है
  2. Toy Age


Childhood(बाल्यावस्था)-

  1. Early Childhood (पूर्व बाल्यावस्था)
  2. Later Childhood (उत्तर बाल्यावस्था)

Early Childhood (पूर्व बाल्यावस्था)

  • Play Age (खेलकूद  की आयु)
  • Pre-Gang Age  (दोस्तों के साथ समूह में रहने से पूर्व का समय)
  • Pre- School Age (स्कूल जाने से पूर्व की आयु) 
  • Language Development (भाषा विकास) 


Later Childhood (उत्तर बाल्यावस्था)

  • Gang Age (दोस्तों के साथ समूह में रहने  का समय) 
  • School Age (स्कूल जाने की आयु)



Adolescence (किशोरावस्था)

  • Transitional Period (यह अवस्था बाल्यवस्था और वयस्क अवस्था के बीच पुल की तरह कार्य करती है क्योंकि  बालक इस अवस्था से होकर ही बाल्यवस्था से व्यस्क अवस्था में पहुंचता है।)
  • Leadership Skills Developed (नेतृत्व करने का  विकास)
  • Lac of Emotional stability (इस अवस्था में बालक इमोशनल रुप से परिपक्व नहीं होते और वह जल्दी ही भावनाओं में बह जाते हैं)
  • stage of Identity crisis (इस अवस्था में बालक अपनी identity की खोज में लगा रहता है की वह क्या है उसकी पहचान क्या है) 

Note- स्टैनलेहॉल ने Adolescence(किशोरावस्था) को तनाव एवं तूफान की अवस्था कहा है, क्योंकि यह अवस्था  बालक को बनाने और बिगाड़ने की अवस्था है इसमें  बालक  सही संगति से  अच्छे रास्ते पर भी जा सकता है और  बुरी संगत से गलत रास्ते पर भी



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